देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कमजोर, पिछड़े वर्ग, अनाथ व साधनविहीन बच्चों की शिक्षा व आवास के लिए प्रदेश में 13 नेताजी सुभाषचंद्र बोस आवासीय छात्रावास के निकटस्थ 11 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों का इंटरमीडिएट स्तर पर उच्चीकरण किया जाएगा, ताकि इन विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों को आठवीं एवं 10वीं के बाद दूसरे विद्यालयों की तलाश न करनी पड़े।
एक साल एक छात्रावास तैयार कर किया जा रहा लोकार्पित
सोमवार को राजकीय बालिका इंटर कालेज, कौलागढ़ के प्रांगण में आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि जिन योजनाओं का शिलान्यास किया जाता है, उन्हें वास्तविक रूप से धरातल पर उतार उनका लोकार्पण भी किया जाए। इसी क्रम में मात्र एक वर्ष की अल्पावधि में इस आवासीय छात्रावास को तैयार कर लोकार्पित किया जा रहा है। छात्रावास के निर्माण में गुणवत्ता और छात्रों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस का जीवन ऊर्जा, परिश्रम और संघर्ष आदि तत्वों से परिपूर्ण रहा है। बच्चों से संवाद करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें भी नेताजी के आदर्शों को जीवन में अपनाकर उनके दिखाए मार्ग पर चलना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बालिकाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, केवल उन्हें उचित अवसर उपलब्ध कराने की आवश्यकता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए सरकार प्रदेश में शिक्षा से वंचित बालिकाओं के लिए कस्तूरबा गांधी आवासीय छात्रावासों का संचालन कर रही है।
हमारी सरकार प्रत्येक बच्चे की शिक्षा को लेकर गंभीर
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने वाला देश का पहला राज्य है। हमारी सरकार प्रत्येक बच्चे की शिक्षा को लेकर गंभीर है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि राज्य के हर बच्चे के अभिभावक के रूप में और जनता के मुख्य सेवक के रूप में कार्य करने के लिए वे सदैव तत्पर हैं। कार्यक्रम की अध्यक्ष कैंट विधायक सविता कपूर ने छात्रावास के निर्माण व अपने क्षेत्र में विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
इस मौके पर महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा उत्तराखंड बंशीधर तिवारी, माध्यमिक शिक्षा निदेशक महावीर सिंह बिष्ट, अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण की निदेशक वंदना गर्ब्याल, प्रारंभिक शिक्षा निदेशक रामकृष्ण उनियाल, अपर परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा डा. मुकुल कुमार सती मौजूद रहे।
ये उच्च माध्यमिक विद्यालय होंगे उच्चीकृत
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय चमेठी अल्मोड़ा, राउमावि बांदीवाला हरिद्वार, राउमावि हरजौली जट हरिद्वार, राउमावि रानी माजरा हरिद्वार, राउमावि गोवर्धनपुर हरिद्वार, राउमावि अकबरपुर हरिद्वार, राउमावि आमपाटा टिहरी, राउमावि कौशल टिहरी, राउमावि गंगाणी उत्तरकाशी, राउमावि कंडियाल गांव उत्तरकाशी, राउमावि बनियावाला देहरादून।