पांच साल तक के बच्चों को एक नवंबर को बूथ और दो से सात नवंबर तक बच्चों को घर-घर जाकर पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी
जिलाधिकारी ने क्षेत्रीय प्रभारी अधिकारियों को शत-प्रतिशत टीकाकरण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि स्लम कॉलोनियों, निर्माणाधीन भवनों, सुरक्षाकर्मी वाली कॉलोनियों में अधिकतर बच्चे दवा से वंचित रह जाते हैं, उन पर विशेष फोकस करने की जरूरत है। उन्होंने अन्य विभागों को भी इसमें समन्वय करने के निर्देश दिए। जरूरत पड़ने पर स्थानीय पुलिस प्रशासन से भी सहयोग लिया जा सकता है।
एक नवंबर को बूथ और दो से सात नवंबर तक बच्चों को घर-घर जाकर पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी। राष्ट्रीय सब पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान कार्यक्रम की जिला टास्क फोर्स की ऑनलाइन बैठक में जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने इसके निर्देश दिए।
दवा पिलाने के अभियान में किसी तरह का व्यवधान या अवरोध पैदा करने और अनावश्यक अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को एक नवंबर को अभियान से जुड़े स्वास्थ्य कर्मियों को छुट्टी ना देने के निर्देश भी दिए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी अनूप डिमरी ने बताया कि अभियान के तहत पांच वर्ष तक के कुल 189219 बच्चों को दवा पिलाई जाएगी।
इसके लिए 1255 स्थिर, ट्रांजिट और मोबाइल बूथ बनाए गए हैं। 251 सुपरवाइजर भी नियुक्त किए गए हैं। 1011 टीमों की निगरानी के लिए 337 पर्यवेक्षकों की तैनाती भी की गई है। जिले में सात कंटेनमेंट जोन हैं। इन सभी जोन में भी बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी। केवल उस घर के बच्चों को खुराक नहीं पिलाई जाएगी, जहां कोविड-19 केस मिला है। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनूप डिमरी, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक वाईएस चौधरी, डीपीओ बाल विकास अवधेश मिश्रा, जिला पंचायत राज अधिकारी एम जफर खान आदि अधिकारी मौजूद रहे।