पेशावर। पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में चुनाव रैली पर घातक हमले में मरने वालों की संख्या आज बढ़कर 130 हो गयी। देश का सुरक्षा प्रतिष्ठान चुनाव में ऐसे और नरसंहार को रोकने के लिए सुरक्षा तथा खुफिया सूचनाओं के संग्रहण में सुधार के लिए दबाव में है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार घायलों में कम से कम 20 लोगों की हालत नाजुक बतायी जा रही है।
अशांत प्रांत के मास्तूंग क्षेत्र में कल बलूचिस्तान आवामी पार्टी के नेता सिराज रायसानी की एक सभा को आतंकवादियों ने निशाना बनाया था। इस हमले में कम से कम 128 लोगों की मौत हुई थी और कम से कम 200 अन्य घायल हुए थे। रायसानी भी मारे गये।
दो घायलों की मौत के साथ ही बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों में कल हुए हमलों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 135 हो गयी है। आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ने हमले की जिम्मेदारी ली है। इस बीच देशभर में सुरक्षा स्थिति सुधारने की मांग बढ़ती जा रही है। लोग 25 जुलाई को वोट डालने वाले हैं। डॉन अखबार ने अपने संपादकीय में लिखा कि आतंकवादी घटनाओं में आकस्मिक वृद्धि के बाद तत्काल कई कदम उठाये जाने चाहिए।
सुरक्षा की मांग करने वालों को राजकीय सुरक्षा दी जानी चाहिए। पाकिस्तान चुनाव आयोग ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं पर सुरक्षा खतरे के बारे में उसे अवगत कराने के लिए राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक प्राधिकरण के प्रमुख को बुलाया है। प्राधिकरण ने हाल ही में कई नेताओं पर जानलेवा हमला होने की चेतावनी दी थी।
बलूचिस्तान के आतंकवादी हमले से महज चंद घंटे पहले खैबर पख्तूनख्वा के बन्नू इलाके में मुत्तहिदा मजलिस अमाल के अकरम खान दुर्रानी की रैली में एक बम फटा था जिससे पांच व्यक्तियों की जान चली गयी थी और 37 घायल हुए थे।