दून-हरिद्वार में 400 बेड के बनेंगे अस्पताल, मिलेगा मरीजों को बेहतर इलाज
सिडकुल की इस भूमि पर 100 बेड का अस्पताल स्वीकृत था। जो लंबे समय से नहीं बन पा रहा था। इस पर राज्य सरकार ने भूमि वापस लेने का फैसला लिया था। ईएसआईसी ने दोबारा भूमि देने और अस्पताल निर्माण का प्रस्ताव दिया था। मंगलवार को हुई बैठक में तय हुआ कि ईएसआईसी 100 की जगह 300 बेड का अस्पताल हरिद्वार में बनाया जाएगा।
ईएसआईसी (एंप्लायज स्टेट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन) हरिद्वार में 300 बेड और दून में 100 बेड का अस्पताल बनाएगा। मुख्य सचिव ओमप्रकाश की अध्यक्षता में हुई बैठक में लंबे समय से चले आ रहे इस गतिरोध को दूर कर दिया गया है। सचिवालय में मंगलवार को हुई बैठक में ईएसआईसी के प्रतिनिधियों ने हरिद्वार में पूर्व में दी गई पांच एकड़ भूमि को वापस देने की मांग की।
बैठक में तय हुआ कि अस्पताल का निर्माण तीन साल में पूरा करना होगा। काम में तेजी को लेकर मुख्य सचिव ने साफ किया कि हर हाल में छह महीने के भीतर अस्पताल निर्माण से जुड़े नक्शे स्वीकृत कराने समेत तमाम दूसरी प्रक्रियाओं को पूरा किया जाए। इसी के साथ ईएसआईसी देहरादून शीशमबाड़ा में भी 100 बेड के अस्पताल का निर्माण करेगी। इसके लिए भी राज्य की ओर से भूमि उपलब्ध कराई जाएगी।