राजधानी देहरादून में मिले 2 नए कोरोना मरीज, 357 से बढ़कर हुए 359 संक्रमित

राजधानी देहरादून में मिले 2 नए कोरोना मरीज, 357 से बढ़कर हुए 359 संक्रमित

प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अब  संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की पहचान करने में जुट गया है। संदिग्धों की पहचान कर उन्हें क्वारंटाइन किया जाएगा ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में मंगलवार सुबह दो लोागें में कोरोना वायरस की पुष्टि हो गई है। दो नए मरीजों के मिलने के बाद अब प्रदेश में संक्रमितों की कुल संख्या 357 से बढ़कर 359 पहुंच गई है।

गौरतलब है कि उत्तराखंड में सोमवार का दिन भी कोरोना वायरस से जुड़ी कोई राहत की खबर नहीं लाया है। प्रदेशभर में आज 15 कोरोना वायरस के मरीज मिले हैं। गढ़वाल व कुमाऊं जिले में 15 कोरोना के मरीजों के मिलने के बाद अब प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 317 से बढ़कर 332 पहुंच गई है।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जानी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, देहरादून, टिहरी, और पिथैरागढ़ जिले में में 01-01, चमोली में 02, हरिद्वार व पौड़ी जिले में 03-03 मरीज मिले हैं। सोमवार दोपहर तक, 15 मरीजों में से सबसे ज्यादा 04 मरीज उधमसिंह नगर  जिले में मिले हैं।

लेकिन, सोमवार देर शाम 17 और कोरोना के मरीज मिले हैं। हरिद्वार जिले में शाम को छह मरीज मिले हैं, जो मुंबई से प्रदेश आए थे। जबकि, टिहरी और यूएस नगर जिले में भी एक-एक मरीजों में वायरस की पुष्टि हो चुकी है। चिंता की बात है कि नैनीताल  जिले में नौ करोना के मरीज मिले हैं।

बधुवार शाम तक प्रदेश के गढ़वाल व कुमाऊं मंडल के विभिन्न जिलों में कुल 32 मरीज मिले हैं जिससे प्रदेश में संक्रमितों की संख्या 317 से 349 पहुंच गई थी। लेकिन, देर शाम टिहरी जिले में आठ आए नए मामले आने सहित प्रदेशभर में कुल 40 मरीजों के मिलने से संक्रमितों की कुल संख्या 317 से बढ़कर 357 हो गई।

प्रवासियों के लगातार बड़ी संख्या में कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद अब सरकार राज्य में सैम्पलिंग की रफ्तार बढ़ाने जा रही है। इसके लिए हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट, अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज और आईआईपी देहरादून में जांच शुरू करने का निर्णय लिया गया है।

प्रवासियों की वापसी के बाद से सरकार जांच में तेजी लाई है। जांच की रफ्तार बढ़ाते हुए सरकार प्रतिदिन सौ से बढ़ाकर एक हजार से ऊपर ले आई है। लेकिन पड़ोसी राज्यों की तुलना और बड़ी संख्या में लौट रहे प्रवासियों की तुलना में यह काफी कम हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *