रविवार को डोईवाला विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत नत्थनपुर में करीब तीन करोड़ की लागत से बनने वाले तीन नलकूपों के निर्माण का शिलान्यास किया गया। जिसमें 98.33 लाख की लागत से वैष्णो माता मंदिर, पोस्ट ऑफिस चौक पर नलकूप का निर्माण किया जाएगा। जबकि, 96.01 लाख रुपये की लागत से ग्राम पंचायत नत्थनपुर में और 97.11 लाख की लागत से आंबेडकरनगर बस्ती में नलकूप निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने एमडीडीए की ओर से किए जा रहे सामुदायिक भवन व मिलन केंद्र के निर्माण कार्य के लिए भी भूमि पूजन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सरकार विकास कार्यो को तेजी से पूरा कर आमजन को सुगम वातावरण उपलब्ध कराने को प्रयासरत है। डोईवाला विस क्षेत्र में कई योजनाएं निर्माणाधीन हैं, जिन्हें तेजी से पूरा किया जा रहा है। साथ ही कुछ नए विकास कार्य भी क्षेत्र में शुरू किए जा रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने प्रदेशभर में जन कल्याणकारी योजनाओं की भी जानकारी दी। कहा कि सैनिकों और अनाथ बच्चों को केंद्र में रख सरकार कई योजनाएं चला रही है। जिसमें सैनिकों के आई कार्ड को उनके प्रवेश पत्र के रूप में स्वीकार किए जाने से लेकर परम विशिष्ट सेवा मेडल प्राप्त सैनिकों को दी जाने वाली राशि को बढ़ाकर दो लाख रुपये करना आदि भी शामिल है। वहीं, अनाथ बच्चों को रोजगार प्रदान करने के लिए उन्हें पांच फीसद आरक्षण देकर सरकार उन्हें अपने पैरों पर खड़ा होने में सहयोग कर रही है। डिजिटल इंडिया के तहत दून के कलक्ट्रेट परिसर को ऑनलाइन करने पर जोर दिया जा रहा है। कलक्ट्रेट में पेपरलेस वर्क की परंपरा को धरातल पर लाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ डॉ. आशीष श्रीवास्तव की सराहना करते हुए कहा कि दून स्मार्ट सिटी की रैंकिंग में लगातार शीर्ष की ओर अग्रसर है।
नत्थनपुर के क्षेत्रवासियों को जल्द ही पेयजल किल्लत से पूरी तरह निजात मिल जाएगी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने क्षेत्र में तीन नलकूपों के निर्माण कार्यो का शिलान्यास कर दिया है। इस दौरान उन्होंने विकास कार्यो को सरकार की प्राथमिकता बताते हुए सैनिकों और अनाथ बच्चों के कल्याण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता बताई।
सैयद नाले का कार्य जल्द होगा पूरा
सीएम ने कहा कि नत्थनपुर से सटे सैयद नाले का शेष निर्माण कार्य जल्द पूर्ण किया जाएगा। निर्माण कार्य की लागत करीब साढ़े चार करोड़ है। कहा कि क्षेत्र में पानी की समस्या को पूर्णतया समाप्त किया जाएगा। सूर्यधार झील का कार्य तेजी से किया जा रहा है। इससे 29 गांवों को गुरुत्व आधारित पानी उपलब्ध होगा। सौंग बांध का कार्य भी 350 दिनों के भीतर पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।