अभी गैरसैंण में बजट सत्र के लिए तीन से सात मार्च तक का कार्यक्रम प्रस्तावित किया गया है। इसे मुद्दा बनाते हुए विपक्ष सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग कर रहा है। कैबिनेट ने पूर्व में तीन से सात मार्च तक गैरसैंण में बजट सत्र आयोजित करने पर मुहर लगाई थी। राजभवन की मंजूरी के बाद विधानसभा सचिवालय ने 17 फरवरी को इसकी अधिसूचना जारी कर दी।
गैरसैंण में होने वाले विधानसभा के बजट सत्र की अवधि सरकार बढ़ा सकती है। अब होली के बाद भी सत्र चलने की संभावना है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल से चर्चा के बाद कहा कि जरूरत पड़ी तो होली के बाद भी सत्र चलाया जा सकता है।
इसके साथ ही तीन से सात मार्च तक का अनंतिम प्रस्तावित कार्यक्रम भी जारी कर दिया गया। बजट सत्र की अवधि महज पांच दिन होने पर विपक्ष ने इसे मुद्दा बनाया था। उसका कहना है कि बजट सत्र जैसे अहम सत्र की इतनी कम अवधि में कैसे बजट पर चर्चा होगी और कैसे विधायकों के सवालों के जवाब आएंगे। इस मामले में उप नेता प्रतिपक्ष करन माहरा ने विस अध्यक्ष से भेंट कर सत्र की अवधि बढ़ाने का आग्रह किया था।
इस पर विस अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से बात करने का भरोसा दिलाया था। इसके बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के मध्य विस अध्यक्ष कार्यालय में इस मसले पर चर्चा हुई। बाद में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले एक मार्च से बजट सत्र आहूत किया जाना था, लेकिन एक मार्च से ऋषिकेश में अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव होना है। इसे देखते हुए तीन मार्च से गैरसैंण में बजट सत्र आयोजित करने का निर्णय लिया गया।